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आदरणीय प्रधानमंत्री जी को ज्ञापन |
स्वदेशी जागरण मंच
आदरणीय प्रधानमंत्री जी को ज्ञापन
आदरणीय
प्रधानमंत्री
भारत सरकार,
नई दिल्ली
द्वारा--श्रीमान
जिलाधिकारी-करनाल
हम जिला करनाल प्रांत हरियाणा के नागरिकों की ओर से आपको
निवेदन कर रहे हैं कि भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 और 35A को हटाकर जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में बांटते हुए
संसद में प्रस्ताव पारित किया और राष्ट्रपति जी ने उसका अनुमोदन कर दिया हैI किंतु चीन भारत के आंतरिक मामलों में
पाकिस्तान के साथ लगातार हस्तक्षेप करने की कोशिश करता रहा है I इस बार भी जब पाकिस्तान द्वारा इस मुद्दे
को संयुक्त राष्ट्र में उठाने का प्रयास किया गया तो चीन ने भी फिर से उसका समर्थन
कियाI चीनी टेलीकॉम कंपनियां जम्मू कश्मीर जैसे
संवेदनशील क्षेत्रों में ठेके लेकर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती
हैंI टिकटॉक एवं
हेलो सरीखे कई एप्लीकेशन के माध्यम से जम्मू कश्मीर के युवाओं के मन मस्तिष्क को
दूषित भी कर सकती हैंI ऐसे में चीनी कंपनियों को 12 13 एवं 14 अक्टूबर
2019 जम्मू
कश्मीर में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टमेंट सम्मिट में सम्मिलित नहीं किया
जावेI
चीनी कंपनियां भारत में सस्ती मशीनरी उपकरण, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स
और उपभोक्ता वस्तुओं का निर्यात कर भारतीय अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा कर
हमारे छोटे बड़े उद्योगों को चौपट करने के साथ साथ बड़ी संख्या में हमारे युवाओं को
बेरोजगार बना रही हैंI इस कारण स्वदेशी जागरण मंच द्वारा लगातार चीनी सामान
और चीनी कंपनियों के बहिष्कार का आह्वान किया जाता रहा हैI स्वदेशी जागरण मंच के
प्रयासों के कारण न केवल चीनी सामान का बहिष्कार अब जनता द्वारा किया जाने लगा है बल्कि सरकार ने भी चीनी सामानों पर एंटी डंपिंग ड्यूटी, उंचे आयात शुल्क,
काउंटरवेलिंग ड्यूटी और मानक लगाकर चीन से आयातो को भी रोका हैI
स्वदेशी जागरण मंच समस्त देशवासियों की ओर से सरकार से यह मांग करता है कि:-
- चीनी कंपनियों को
जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित क्षेत्र में किसी भी प्रकार के निवेश से रोका जाए I
- जम्मू कश्मीर केंद्रशासित क्षेत्र में भारतीय कंपनियों में भी किसी भी प्रकार के
चीन के निवेश को प्रतिबंधित किया जाए I
स्वदेशी
जागरण मंच ने सौंपा चीन के विरुद्ध प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन
करनाल-29 अगस्त,
स्वदेशी जागरण मंच करनाल के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के
नाम अपना ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा है जिसमें यह मांग की है कि जम्मू
कश्मीर में 12 से 14 अक्टूबर 2019 को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टमेंट सम्मिट
में चीनी कंपनियों को किसी भी प्रकार के निवेश से रोका जाए तथा केंद्र शासित
क्षेत्र जम्मू कश्मीर में कार्यरत भारतीय कंपनियों में भी चीनी निवेश को
प्रतिबंधित किया जाएI चीन भारत के
आंतरिक मामलों में पाकिस्तान के साथ लगातार हस्तक्षेप करने की कोशिश करता रहा है I इस बार भी जब पाकिस्तान द्वारा इस मुद्दे
को संयुक्त राष्ट्र में उठाने का प्रयास किया गया तो चीन ने भी फिर से उसका समर्थन
कियाI चीनी टेलीकॉम कंपनियां जम्मू कश्मीर जैसे
संवेदनशील क्षेत्रों में ठेके लेकर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती
हैंI टिकटॉक एवं
हेलो सरीखे कई एप्लीकेशन के माध्यम से जम्मू कश्मीर के युवाओं के मन मस्तिष्क को
दूषित भी कर सकती हैंI ऐसे में चीनी कंपनियों को 12 13 एवं 14 अक्टूबर
2019 जम्मू
कश्मीर में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टमेंट सम्मिट में सम्मिलित नहीं किया
जावेI
चीनी कंपनियां भारत में सस्ती मशीनरी उपकरण, इलेक्ट्रिकल,
इलेक्ट्रॉनिक्स और उपभोक्ता वस्तुओं का निर्यात कर भारतीय अर्थव्यवस्था को भी
नुकसान पहुंचा कर हमारे छोटे बड़े उद्योगों को चौपट करने के साथ साथ बड़ी संख्या में हमारे
युवाओं को बेरोजगार बना रही हैंI इस कारण स्वदेशी जागरण मंच द्वारा लगातार चीनी
सामान और चीनी कंपनियों के बहिष्कार का आह्वान किया जाता रहा हैI स्वदेशी जागरण
मंच के प्रयासों के कारण न केवल चीनी सामान का बहिष्कार अब जनता द्वारा किया जाने लगा है बल्कि सरकार ने भी चीनी सामानों पर एंटी डंपिंग ड्यूटी, उंचे
आयात शुल्क, काउंटरवेलिंग ड्यूटी और मानक लगाकर चीन से आयातो को भी रोका हैI
स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक दुलीचंद कालीरमन ने कहा कि
चीन केवल आर्थिक चोट को समझता है इसलिए हर भारतीय का कर्तव्य है कि वह चीनी सामान
का बहिष्कार करें ताकि विश्व व्यापार युद्ध में आर्थिक रूप से कमजोर हो चुके चीन की अकल ठिकाने लाई जा सके| हमें
ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए ताकि देश के उद्योग विकसित
हो सके और रोजगार के नए मौके उत्पन्न हो सकेI इस अवसर पर डॉ ओमपाल चौधरी, विकास
महंत, रविंदर सिंह, प्रकाश पाटिल, सिकंदर सैनी तथा कई अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहेI